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Q1. एक ही प्रभु है, एक ही विश्वास, एक ही.?
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Q2. परमेश्वर सच्चा है, जिस ने तुम को अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया है ।?
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Q3. है इस्त्राएल, अपने परमेश्वर यहोवा के पास लौट आ क्योंकि तू ने अपने अधर्म के कारण ठोकर खाई है। ?
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Q4. तब सिखाने वालों की चमक आकाशमण्डल की सी होगी, और जो बहुतों को धर्मी बनाते हैं, वे सर्वदा की नाई प्रकाशमान रहेंगे ।?
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Q5. मैं अपनी करुणा उस पर सदा बनाए रहूंगा, और मेरी बाचा उसके लिये अटल रहेगी । ?
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Q6. धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने बालों को दी है ।?
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Q7. परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया । ?
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Q8. यहां तक कि तुम उत्तम से उत्तम बातों को प्रिय जानो, और मसीह के दिन तक सच्चे बने रहो, और ठोकर न खाओ।?
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Q9. परमेश्वर का क्रोध तो उन लोगों की सब अभक्ति और अधर्म पर स्वर्ग से प्रगट होता है, जो सत्य को अधर्म से दबाए रखते हैं ।?
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Q10. यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पाँवों पर गिरा, और कहा; हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं ।?
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